DRAFT PARA & AUDIT PARA

DRAFT PARA
1. लेखा परीक्षा की गतिविधियों के दौरान नोटिस में आने वाली जिस गंभीर अनियमितता को रेल लेखा-परीक्षा रिपोर्ट में शामिल करने के लिए मुख्य लेखा-परीक्षक एक पैरा का प्रस्ताव करता है, उसे “ड्राफ्ट पैरा” कहते हैं।
2.यह गंभीर मामलों के लिए तैयार किया जाता है एवं यह अस्थायी है।
3.लेखा परीक्षा नोटों, विशेष पत्रों एवं निरीक्षण रिपोर्टों के निपटारा न होने पर इन्हें ड्राफ्ट पैरा में बदल दिया जाता है।
4.ड्राफ्ट पैरा की जांच कैग करता है और तदनुसार कैग या तो इसे समाप्त कर सकता है या रेलवे की वार्षिक लेखा रिपोर्ट में शामिल कर सकता है।
5.ड्राफ्ट पैरा एक वित्तीय वर्ष के दौरान एक से अधिक संख्या में अलग-अलग रेलों के लिए बनाया जाता है।
AUDIT PARA
1भारतीय रेल में ड्राफ्ट पैरा पर समाधान नहीं होने के कारण CAG की वार्षिक रिपोर्ट में शामिल करने के लिए जिस पैरा का प्रस्ताव किया जाता है उसे “ऑडिट पैरा” कहा जाता है ।
2. यह भी गंभीर मामलों के लिए तैयार किया जाता है एवं यह स्थाई व अंतिम है।
3. ड्राफ्ट पैरा की आपत्तियों का निपटारा न होने पर या किसी और कारण की वजह से ड्राफ्ट पैरा को ऑडिट पैरा में बदल दिया जाता है।
4. ऑडिट पैरा की जांच लोक लेखा समिति करती है पीएसी इस पर रेलवे प्रशासन से वार्तालाप करती है और रेल मंत्रालय द्वारा अनुमोदित कराया जाता है।
5. ऑडिट पैरा एक वित्तीय वर्ष के दौरान पूरे भारतीय रेलवे के लिए सम्मिलित रूप से एक ही बनाया जाता है।
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